Inter dummy registration card 2026

बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 2026 के 26,832 छात्रों का रजिस्ट्रेशन फंसा। स्कूल की गलती से रद्द हो सकता है फॉर्म। जानें बिहार बोर्ड द्वारा दिया गया आखिरी मौका और अब क्या करना होगा।

BSEB 11th Registration 2026: अगर आप बिहार बोर्ड से साल 2026 में इंटरमीडिएट (12वीं) की परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए एक बड़ी चेतावनी है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने एक नोटिस जारी किया है, जिसके अनुसार 26,000 से अधिक छात्रों का भविष्य उनके स्कूल की एक गलती की वजह से खतरे में पड़ गया है।

क्या है पूरा मामला और क्यों फंसा है रजिस्ट्रेशन?

बिहार बोर्ड हर साल मुख्य परीक्षा से पहले छात्रों का रजिस्ट्रेशन करवाता है। इसी प्रक्रिया के तहत, बोर्ड ने सभी स्कूलों को छात्रों का ‘डमी रजिस्ट्रेशन कार्ड’ (Dummy Registration Card) जारी किया था। इस डमी कार्ड का मकसद यह होता है कि छात्र उसमें दी गई सभी जानकारियों, जैसे- नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि, विषय, फोटो आदि को अच्छी तरह से जांच लें।

अगर कोई गलती होती है, तो छात्र उसमें सुधार करवाकर और उस पर हस्ताक्षर करके अपने स्कूल के प्रिंसिपल को जमा करते हैं। इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल का यह कर्तव्य होता है कि वे उस पर अपना हस्ताक्षर और मुहर लगाकर उसे बोर्ड के ऑफिशियल पोर्टल पर वापस अपलोड करें।

लेकिन, बोर्ड द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य के 2,401 स्कूलों/कॉलेजों ने इस प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है। उन्होंने अपने स्कूल के 26,832 छात्रों का हस्ताक्षर किया हुआ डमी रजिस्ट्रेशन कार्ड पोर्टल पर अपलोड ही नहीं किया है। यह एक बहुत बड़ी लापरवाही है, जिसका सीधा असर इन छात्रों के भविष्य पर पड़ सकता है।

क्या होगा इसका अंजाम? समझें इस गलती की गंभीरता

बोर्ड ने अपने नोटिस में बहुत सख्ती से यह साफ कर दिया है कि इस लापरवाही का अंजाम क्या होगा।

  • नहीं जारी होगा ओरिजिनल रजिस्ट्रेशन कार्ड: जिन छात्रों का वेरिफाइड डमी कार्ड अपलोड नहीं होगा, उनका मूल (Original) रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।
  • परीक्षा से हो जाएंगे वंचित: बिना ओरिजिनल रजिस्ट्रेशन कार्ड के, छात्र इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा, 2026 में शामिल होने के लिए ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाएंगे।
  • साल हो सकता है बर्बाद: इसका सीधा मतलब है कि इन 26,832 छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोक दिया जाएगा और उनका पूरा एक साल बर्बाद हो सकता है।

बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई छात्र इस वजह से परीक्षा से वंचित रहता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित शिक्षण संस्थान के प्रधान (Principal) की होगी।

बिहार बोर्ड ने दिया आखिरी मौका: अब क्या करें?

छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, बिहार बोर्ड ने इन स्कूलों को अपनी गलती सुधारने के लिए एक अंतिम मौका दिया है।

छात्रों के लिए निर्देश

अगर आप 2026 में इंटर की परीक्षा देने वाले हैं, तो आपको बिलकुल भी इंतजार नहीं करना है।

  1. तुरंत स्कूल से संपर्क करें: आज ही अपने स्कूल या कॉलेज के प्रिंसिपल से संपर्क करें।
  2. स्टेटस पता करें: उनसे पूछें कि क्या आपका हस्ताक्षर किया हुआ डमी रजिस्ट्रेशन कार्ड बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है या नहीं।
  3. दबाव बनाएं: यदि स्कूल ने ऐसा नहीं किया है, तो उन्हें तुरंत इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कहें, क्योंकि यह आपके भविष्य का सवाल है।

स्कूलों के लिए क्या है अंतिम तिथि?

बोर्ड ने सभी संबंधित 2,401 शिक्षण संस्थानों को 9 सितंबर 2025 से 13 सितंबर 2025 के बीच हर हाल में इस प्रक्रिया को पूरा करने का निर्देश दिया है। यह आखिरी मौका है और इसके बाद कोई अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा।

निष्कर्ष: आपकी जागरूकता ही आपका सबसे बड़ा हथियार है

यह मामला स्कूलों की घोर लापरवाही को दर्शाता है, लेकिन इसका खामियाजा निर्दोष छात्रों को भुगतना पड़ सकता है। बोर्ड ने अपना काम करते हुए एक अंतिम अवसर दिया है, लेकिन अब यह छात्रों और उनके अभिभावकों पर भी निर्भर करता है कि वे कितने जागरूक हैं। सिर्फ स्कूल के भरोसे बैठे रहना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए, proactive बनें, अपने स्कूल से सवाल करें और सुनिश्चित करें कि आपका भविष्य सुरक्षित है।

इस खबर को हर उस छात्र तक पहुंचाएं जो 2026 में इंटर की परीक्षा देने वाला है। स्कूल की इस तरह की लापरवाही पर आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट्स में हमें जरूर बताएं।

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