बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने आगामी वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2026 की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। समिति ने राज्य के सभी माध्यमिक स्तर के विद्यालयों के लिए शिक्षक डायरेक्टरी को ऑनलाइन अपडेट करने की अंतिम तिथि एक बार फिर बढ़ा दी है। यह फैसला कई विद्यालयों के प्रधानों द्वारा निर्धारित समय सीमा में अपने शिक्षकों का विवरण अपलोड न करने के कारण लिया गया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यह आखिरी मौका है और इसके बाद लापरवाही बरतने वाले स्कूल प्रमुखों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
समिति ने पहले शिक्षकों का विवरण अपडेट करने के लिए 14 नवंबर 2025 तक का समय दिया था। इस डायरेक्टरी का मुख्य उद्देश्य वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2026 के लिए उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन, वीक्षण कार्य और अन्य गोपनीय परीक्षा संबंधी कार्यों के लिए शिक्षकों का एक प्रामाणिक डेटाबेस तैयार करना है। एक सटीक और अद्यतन शिक्षक डायरेक्टरी यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि परीक्षा प्रक्रिया सुचारू, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो। जब बोर्ड के पास सभी कार्यरत शिक्षकों की सही जानकारी होती है, तो कर्तव्यों का आवंटन आसान हो जाता है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना कम हो जाती है।
समीक्षा के दौरान, बोर्ड ने पाया कि कई मान्यता प्राप्त विद्यालयों ने इस महत्वपूर्ण कार्य को गंभीरता से नहीं लिया और निर्धारित तिथि तक अपने शिक्षकों की सूची ऑनलाइन अपडेट नहीं की। इस स्थिति को देखते हुए और परीक्षा की तैयारियों में किसी भी तरह की बाधा से बचने के लिए, बिहार बोर्ड ने छात्र और शिक्षक हित में एक और मौका देने का निर्णय लिया है। अब, सभी संबंधित विद्यालयों के प्रधान 15 नवंबर 2025 से 27 नवंबर 2025 तक समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। यह डेडलाइन विस्तार उन सभी स्कूलों के लिए एक राहत है जो किसी कारणवश पहले यह काम पूरा नहीं कर पाए थे।
ऑनलाइन अपडेट करने की प्रक्रिया काफी सरल है। विद्यालय के प्रधानों को समिति की वेबसाइट teach.biharboardonline.com अथवा biharboardonline.com पर लॉग इन करना होगा। इसके बाद, उन्हें अपने विद्यालय में वर्तमान में कार्यरत सभी शिक्षकों का विवरण, जैसे नाम, विषय, नियुक्ति तिथि और अन्य आवश्यक जानकारी को सावधानीपूर्वक भरकर अपलोड करना होगा। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल उन्हीं शिक्षकों का विवरण अपलोड किया जाए जो वास्तव में विद्यालय में कार्यरत हैं। किसी भी प्रकार की गलत जानकारी देने पर भी कार्रवाई हो सकती है।
समिति ने इस बार बहुत सख्त रुख अपनाया है। जारी की गई सूचना में साफ तौर पर कहा गया है कि जो भी विद्यालय प्रधान 27 नवंबर 2025 की अंतिम तिथि तक शिक्षकों की सूची ऑनलाइन अपडेट करने में विफल रहते हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की अनुशंसा सक्षम प्राधिकारी को भेजी जाएगी। इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न होने वाली किसी भी समस्या के लिए संबंधित शिक्षण संस्थान के प्रधान व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे। यह चेतावनी इस बात का संकेत है कि बोर्ड अब और ढिलाई बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।
एक और महत्वपूर्ण निर्देश यह है कि केवल मान्यता प्राप्त और संबद्धता वाले विद्यालय ही इस प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं। जिन विद्यालयों की मान्यता रद्द कर दी गई है, निलंबित है या वापस ले ली गई है, उन्हें किसी भी परिस्थिति में शिक्षकों का विवरण अपलोड करने की अनुमति नहीं है। यह कदम डेटाबेस की प्रामाणिकता बनाए रखने और केवल वैध स्कूलों के शिक्षकों को ही परीक्षा ड्यूटी में शामिल करने के लिए उठाया गया है।
इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए, समिति ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEOs) से भी सहयोग मांगा है। उनसे अनुरोध किया गया है कि वे अपने-अपने जिले के सभी माध्यमिक स्तर के विद्यालय प्रधानों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दें और यह सुनिश्चित करें कि सभी स्कूल निर्धारित समय के भीतर शिक्षक डायरेक्टरी का ऑनलाइन अपडेट अनिवार्य रूप से पूरा कर लें।
अंत में, यह सभी स्कूल प्रमुखों के लिए एक अंतिम आह्वान है। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2026 के सफल आयोजन के लिए यह एक आवश्यक कदम है। सभी प्रधानाध्यापकों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए 27 नवंबर 2025 से पहले यह कार्य पूरा कर लेना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी भी प्रशासनिक कार्रवाई से बचा जा सके और परीक्षा की तैयारियों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सके।