बिहार के सभी +2 स्तर के शिक्षण संस्थानों के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण सूचना है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने आगामी इंटरमीडिएट परीक्षा, 2026 की तैयारियों के सिलसिले में एक बड़ा फैसला लिया है। समिति ने +2 शिक्षकों की ऑनलाइन डायरेक्टरी को अपडेट और अपलोड करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। यह फैसला उन संस्थानों को एक और मौका देने के लिए किया गया है जो अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए हैं।
पृष्ठभूमि: क्यों जरूरी है यह शिक्षक डायरेक्टरी?
बिहार बोर्ड हर साल लाखों छात्रों के लिए इंटरमीडिएट की परीक्षा आयोजित करता है। इस विशाल परीक्षा प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन और अन्य गोपनीय कार्य हैं। इन कार्यों के लिए योग्य और कार्यरत शिक्षकों का एक सटीक डेटाबेस होना अनिवार्य है। इसी उद्देश्य से, बिहार बोर्ड ने एक ऑनलाइन शिक्षक डायरेक्टरी बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। इस डायरेक्टरी के माध्यम से समिति को यह पता चलेगा कि किस स्कूल में, किस विषय के कितने शिक्षक कार्यरत हैं। इसी डेटा के आधार पर आगामी इंटरमीडिएट परीक्षा, 2026 के लिए परीक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
पहले, समिति ने विज्ञप्ति संख्या- पी.आर. 237/2025 के माध्यम से 25 सितंबर 2025 से 14 अक्टूबर 2025 तक का समय दिया था। इस अवधि में सभी +2 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को अपने संस्थान के शिक्षकों का विवरण समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन अपडेट करना था।
क्यों बढ़ाई गई अंतिम तिथि?
समीक्षा के दौरान बिहार बोर्ड ने पाया कि कई शिक्षण संस्थानों के प्रधानों ने निर्धारित समय-सीमा के भीतर अपने शिक्षकों की सूची को ऑनलाइन अपडेट नहीं किया है। इस लापरवाही को देखते हुए और परीक्षा की तैयारियों में कोई बाधा न आए, यह सुनिश्चित करने के लिए समिति ने छात्र और शिक्षक हित में अंतिम तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया है।
नई और विस्तारित तिथि के अनुसार, अब सभी संस्थान 30 अक्टूबर, 2025 तक यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। प्रधानाध्यापकों को समिति की वेबसाइट teachdirinter.biharboardonline.com अथवा biharboardonline.com पर जाकर अपने संस्थान में कार्यरत +2 शिक्षकों की सूची अनिवार्य रूप से अपडेट करनी होगी। बोर्ड ने इसे ‘अंतिम अवसर’ बताया है, जिसका अर्थ है कि इसके बाद शायद ही कोई और मौका दिया जाएगा।
क्या होंगे नियम और शर्तें?
बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि केवल उन्हीं शिक्षण संस्थानों के प्रधान शिक्षकों का विवरण अपडेट कर सकते हैं, जिन्हें समिति से मान्यता प्राप्त है। जिन संस्थानों की मान्यता या सम्बद्धता किसी कारणवश रद्द, निलंबित या वापस ले ली गई है, वे इस प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकते। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। यह कदम फर्जी या अमान्य संस्थानों को परीक्षा प्रक्रिया से दूर रखने के लिए उठाया गया है।
अपडेट न करने पर क्या होगी कार्रवाई?
बिहार बोर्ड ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है। जारी सूचना में स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई है कि जो भी संस्थान के प्रधान 30 अक्टूबर, 2025 तक अपने +2 शिक्षक की सूची को ऑनलाइन अपडेट नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकारी को अनुशंसा भेजी जाएगी। इसके कारण भविष्य में उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रकार की समस्या, जैसे कि संस्थान के छात्रों के एडमिट कार्ड में समस्या या परीक्षा केंद्र से संबंधित परेशानी, के लिए संबंधित संस्थान के प्रधान व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे।
जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे अपने स्तर पर सभी +2 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को इस निर्देश का सख्ती से पालन करने के लिए कहें, ताकि यह प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।
निष्कर्ष
संक्षेप में, बिहार बोर्ड द्वारा शिक्षक डायरेक्टरी को अपडेट करने की तिथि 30 अक्टूबर, 2025 तक बढ़ा दी गई है। यह सभी +2 स्कूलों के लिए एक अनिवार्य प्रक्रिया है, जिसका सीधा संबंध इंटरमीडिएट परीक्षा, 2026 के सफल संचालन से है। सभी प्रधानाध्यापकों को इस अंतिम मौके का लाभ उठाते हुए समय पर अपने शिक्षकों का विवरण ऑनलाइन अपडेट कर देना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई से बचा जा सके और परीक्षा प्रक्रिया में सुचारू रूप से सहयोग किया जा सके।